यूँ न मुझको सनम तुम सताया करो
मुझसे वादा करो तो निभाया करो
दर्द दिल में छुपाने से क्या फाएदा
हे अगर इश्क तो फिर जताया करो
क्या तुम्हारे हे दिल में मुझे हे पता
यूँ न मुझसे बहाने बनाया करो
चाहते हो अगर छोड़ दूं मैक़शी
आप अपनी नज़र से पिलाया करो
इस तरह मिलने में कुछ खसारा नहीं
तुम मेरे ख़ाब में रोज़ आया करो
तुमको रोते हुए देख सकता नहीं
यूँ न आंसू सनम तुम बहाया करो
ज़िन्दगी का सनम कुछ भरोसा नहीं
जब मिलो प्यार से पेश आया करो
हम मिलेंगे खुदा पे भरोसा रखो
हाथ अपने दुआ में उठाया करो
कोन जाने हकीकत खुदा के सिवा
उँगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो
मेरी उल्फत पे तुमको यकीं आएगा
अपने हसरत को तुम आजमाया करो