बहल जायेगा दिल बहलते बहलते

on Saturday 23 February 2013
इन आँखों से आंसू निकलते निकलते
कटी  रात करवट बदलते बदलते

मोहब्बत हे मुझसे तो कह दो किसी दिन
इशारे से छत  पर टहलते टहलते

मोहब्बत की राहों  में  कांटे मिलेंगे
उठाना क़दम तुम संभलते संभलते     

यकीं हे  मुझको के इक रोज़ खुद ही
बहल जायेगा दिल बहलते बहलते

मेरी याद जब जब सताएगी हसरत
वो रोयेंगे आँखें मसलते मसलते