रफ़्ता रफ़्ता तमाम कर देंगे
ज़िन्दगी तेरे नाम कर देंगे
तुम भुला ही न पाओगे हमको
एक दिन ऐसा काम कर देंगे
नाम तेरे पड़ी ज़रुरत तो
अपने हिस्से का जाम कर देंगे
नफरतों का ही आसरा लेकर
तेरे दिल में क़याम कर देंगे
एक "हसरत" जो बर नहीं आयी
हसरतों को हराम कर देंगे
-शरीफ़ अहमद क़ादरी"हसरत"
ज़िन्दगी तेरे नाम कर देंगे
तुम भुला ही न पाओगे हमको
एक दिन ऐसा काम कर देंगे
नाम तेरे पड़ी ज़रुरत तो
अपने हिस्से का जाम कर देंगे
नफरतों का ही आसरा लेकर
तेरे दिल में क़याम कर देंगे
एक "हसरत" जो बर नहीं आयी
हसरतों को हराम कर देंगे
-शरीफ़ अहमद क़ादरी"हसरत"
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