तुझसे उल्फत सनम बेपनाह हो गयी
तेरे बिन ज़िन्दगी अब गुनाह हो गयी
तूने मुड़ के जो देखा मुझे इक नज़र
नींद रातों की मेरी तबाह हो गयी
धड़कनें रुक गयीं वक़्त थम सा गया
मेरी जानिब जब उनकी निगाह हो गयी
तुम मेरे हो गए मैं तुम्हारा हुआ
आँखों आँखों में यकदम सलाह हो गयी
नाम तेरा लिया हिचकियाँ रुक गयीं
याद करते हो हिचकी गवाह हो गयी
तेरे हसरत को बस चैन आ जायेगा
तेरी आगोश में गर पनाह हो गयी
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